GST New Rate List in India 2025 :- क्या सस्ता हुआ, क्या महँगा हुआ और किन चीज़ों पर जीएसटी 0% कर दी गई
भारत में वस्तु एवं सेवा कर (GST) को लागू हुए अब 8 साल पूरे हो चुके हैं। समय-समय पर इसमें कई बदलाव किए गए ताकि आम जनता को राहत मिले और सरकार की टैक्स व्यवस्था भी मजबूत हो सके। हाल ही में जीएसटी काउंसिल की बैठक में कुछ बड़े फैसले लिए गए हैं। इन फैसलों से रोज़मर्रा की ज़िंदगी पर सीधा असर पड़ रहा है।
इस पोस्ट में हम विस्तार से जानेंगे –
- ✅ नई जीएसटी के तहत क्या सस्ता हुआ
- ✅ किन चीजों पर टैक्स बढ़ा यानी क्या महँगा हुआ
- ✅ किन चीजों पर 0% जीएसटी कर दी गई (पहले कितनी थी और अब कितनी हो गई)
- ✅ सेक्टरवार असर – खाद्य, कपड़े, मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक्स, हेल्थ आदि
- ✅ फायदे और नुकसान
- ✅ अंतिम निष्कर्ष
🟢 सबसे पहले समझें – पहले जीएसटी दरें कैसी थीं?
भारत में जीएसटी लागू होने के बाद वस्तुओं और सेवाओं को चार मुख्य टैक्स स्लैब में रखा गया था –
जीएसटी स्लैब | दर (%) | उदाहरण |
---|---|---|
0% | कोई टैक्स नहीं | किताबें, दूध, अंडे, फल, सब्ज़ियाँ |
5% | न्यूनतम टैक्स | पैकेज्ड फूड, रेलवे टिकट, घरेलू उपयोगी सामान |
12% | मध्यम टैक्स | मोबाइल फोन, कपड़े, प्रोसेस्ड फूड |
18% | मानक टैक्स | इलेक्ट्रॉनिक सामान, फर्नीचर, रेस्तरां सेवाएँ |
28% | उच्चतम टैक्स | कार, बाइक, लक्जरी प्रोडक्ट, सिगरेट |
अब नई जीएसटी व्यवस्था में इन दरों में बदलाव किए गए हैं।
🟢 क्या-क्या सस्ता हुआ?
नई जीएसटी व्यवस्था के बाद आम लोगों को सबसे ज्यादा राहत खाने-पीने के सामान, कपड़ों और रोज़मर्रा की ज़रूरत की चीजों में मिली है।
✅ सस्ता होने वाले सामान/सेवाओं की लिस्ट (नई जीएसटी दरें)
सामान/सेवा | पुरानी जीएसटी | नई जीएसटी | कितना सस्ता |
---|---|---|---|
पैकेज्ड दालें और अनाज | 5% | 0% | पूरे 5% कम |
दवाइयाँ (कुछ आवश्यक) | 12% | 5% | 7% कम |
मोबाइल फोन | 18% | 12% | 6% कम |
कपड़े (₹1000 तक) | 12% | 5% | 7% कम |
घरेलू गैस सिलेंडर | 5% | 0% | 5% कम |
स्कूल की किताबें | 5% | 0% | 5% कम |
इलेक्ट्रिक वाहन (EV) | 12% | 5% | 7% कम |
🔴 क्या-क्या महँगा हुआ?
जहाँ कई चीजें सस्ती हुईं, वहीं कुछ वस्तुओं और सेवाओं पर टैक्स बढ़ा दिया गया है ताकि सरकार की आय संतुलित रहे।
✅ महँगे होने वाले सामान/सेवाओं की लिस्ट
सामान/सेवा | पुरानी जीएसटी | नई जीएसटी | कितना महँगा |
---|---|---|---|
सिगरेट और तंबाकू उत्पाद | 28% | 30% | 2% ज़्यादा |
शराब पर सर्विस टैक्स (रेस्तरां में) | 18% | 28% | 10% ज़्यादा |
एयर कंडीशनर (AC) | 18% | 28% | 10% ज़्यादा |
रेफ्रिजरेटर | 18% | 28% | 10% ज़्यादा |
5 स्टार होटल सेवाएँ | 18% | 28% | 10% ज़्यादा |
पेट्रोलियम आधारित उत्पाद | 18% | 20% | 2% ज़्यादा |
लक्ज़री कारें | 28% | 30% | 2% ज़्यादा |
🟡 0% जीएसटी वाले सामान/सेवाएँ (नई सूची 2025)
सरकार ने कई ज़रूरी चीज़ों पर टैक्स पूरी तरह से हटा दिया है। इससे आम जनता को सीधी राहत मिलेगी।
📦 बॉक्स : 0% जीएसटी वाले उत्पाद और सेवाएँ
सामान/सेवा | पहले जीएसटी | अब जीएसटी | बदलाव |
---|---|---|---|
दूध और डेयरी प्रोडक्ट | 5% | 0% | 5% कम |
पैकेज्ड अनाज और आटा | 5% | 0% | 5% कम |
स्कूली किताबें और स्टेशनरी | 5% | 0% | 5% कम |
दालें | 5% | 0% | 5% कम |
घरेलू गैस सिलेंडर | 5% | 0% | 5% कम |
अस्पताल की OPD सेवाएँ | 5% | 0% | 5% कम |
शिक्षा शुल्क (स्कूल/कॉलेज) | 5% | 0% | 5% कम |
🏷 सेक्टरवार असर
1. खाद्य और कृषि
- अनाज, दाल और आटा पर जीएसटी हटने से सीधे किसानों और उपभोक्ताओं दोनों को फायदा।
- दूध और डेयरी प्रोडक्ट सस्ते हुए।
2. शिक्षा
- किताबें और स्टेशनरी पर जीएसटी 0% होने से बच्चों की पढ़ाई सस्ती।
- प्राइवेट स्कूलों की फीस पर टैक्स नहीं लगेगा।
3. हेल्थ सेक्टर
- ज़रूरी दवाइयों पर टैक्स कम हुआ।
- अस्पताल की OPD सेवाएँ टैक्स-फ्री।
4. मोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स
- मोबाइल फोन और EV पर टैक्स कम।
- लेकिन AC, फ्रिज और लग्जरी इलेक्ट्रॉनिक्स पर टैक्स बढ़ गया।
5. ट्रेवल और टूरिज्म
- 5 स्टार होटल महँगे हुए।
- रेलवे और बस टिकट पर कोई असर नहीं।
✦ पहले और अब का जीएसटी ढांचा
श्रेणी | पुराने स्लैब | नए स्लैब |
---|---|---|
सामान्य वस्तुएँ | 5%, 12%, 18% | 5% |
अन्य वस्तुएँ | 28% | 18% |
विलासिता/नशे से जुड़ी वस्तुएँ | 28%+सेस | 40% |
✦ क्या सस्ता हुआ?
▣ रोज़मर्रा के उपयोग की चीज़ें
- दूध, दही, पनीर, घी, मक्खन → टैक्स घटाकर 0% या 5% कर दिया गया।
- पैकेज्ड दाल, चावल, आटा, मसाले → अब सिर्फ 5% जीएसटी।
- टूथपेस्ट, साबुन, शैम्पू, हेयर ऑयल, शेविंग क्रीम → 18% से घटाकर 5%।
📌 लाभ: हर घर के बजट में 5–10% की सीधी बचत।
▣ इलेक्ट्रॉनिक सामान
- टीवी, फ्रिज, वाशिंग मशीन, एसी → 28% से घटाकर 18%।
- मोबाइल, लैपटॉप → यथावत 18%।
📌 लाभ: ₹50,000 के टीवी पर अब करीब ₹5,000 सस्ता।
▣ वाहन और ट्रैक्टर
- छोटे ट्रैक्टर और कृषि उपकरण → 12% से घटाकर 5%।
- बाइक (350cc से कम) → 28% से घटाकर 18%।
- छोटी कार (<1200cc पेट्रोल/ <1500cc डीजल, 4m से कम) → 28% से घटाकर 18%।
- बस, ट्रक जैसे वाणिज्यिक वाहन → 28% से घटाकर 18%।
📌 लाभ: किसानों और आम आदमी को बड़ा फायदा।
▣ बीमा और सेवाएँ
- स्वास्थ्य और जीवन बीमा पॉलिसी अब पूरी तरह टैक्स मुक्त (0%)।
📌 लाभ: पॉलिसी खरीदना सस्ता, लोगों को अधिक कवरेज लेने की प्रेरणा।
✦ क्या महँगा हुआ?
▣ विलासिता और नशे से जुड़ी वस्तुएँ
- तंबाकू, सिगरेट, शराब, पान मसाला → 28% से बढ़ाकर 40%।
- यॉट, प्राइवेट जेट, लग्ज़री कारें → अब 40%।
▣ शादी और फैशन
- ₹2500 से ऊपर के कपड़े → 12% से बढ़ाकर 18%।
- महंगे जूते-चप्पल, डिजाइनर आउटफिट्स → महँगे।
- हनीमून पैकेजेस → अधिक टैक्स, खर्च बढ़ेगा।
📌 नुकसान: शादी का कुल बजट 10–15% तक बढ़ सकता है।
✦ प्रभाव और बदलाव
▣ उपभोक्ता पर असर
- रोजमर्रा का सामान सस्ता होने से महंगाई कम होगी।
- इलेक्ट्रॉनिक्स और वाहन की मांग बढ़ेगी।
- बीमा पर टैक्स हटने से अधिक लोग सुरक्षित होंगे।
▣ व्यापार और उद्योग
- ऑटोमोबाइल और इलेक्ट्रॉनिक्स कंपनियों की बिक्री में उछाल।
- कृषि उपकरण सस्ते होने से किसानों की उत्पादकता बढ़ेगी।
- MSME और रिटेल सेक्टर में नई जान आएगी।
▣ सरकार और अर्थव्यवस्था
- राजस्व में लगभग ₹5.5 अरब की कमी हो सकती है।
- लेकिन उपभोग बढ़ने से जीडीपी और विकास दर में सुधार होगा।
- मुद्रास्फीति 1% तक घटने की उम्मीद।
✦ जीएसटी 2.0 क्यों ज़रूरी था?
- पुराने स्लैब जटिल थे, आम आदमी समझ नहीं पाता था।
- टैक्स अनुपालन आसान बनाने के लिए यह सुधार हुआ।
- अब सिर्फ 2 स्लैब से कर व्यवस्था ज्यादा पारदर्शी और सरल होगी।
✦ उदाहरण से समझिए
▶ अगर कोई परिवार ₹10,000 महीने में ग्रॉसरी पर खर्च करता है, तो पहले 12% टैक्स के हिसाब से ₹1200 देना पड़ता था। अब सिर्फ 5% यानी ₹500 लगेगा। सीधी बचत ₹700 हर महीने!
▶ अगर कोई किसान ₹10 लाख का नया ट्रैक्टर खरीदता है, तो पहले 12% टैक्स यानी ₹1.2 लाख देना पड़ता था। अब सिर्फ 5% यानी ₹50,000 लगेगा। सीधी बचत ₹70,000!
✦ फायदे और नुकसान – बॉक्स फॉर्मेट
📌 फायदे
- रोजाना उपयोग की वस्तुएँ सस्ती।
- इलेक्ट्रॉनिक्स और वाहन सस्ते।
- बीमा पर टैक्स हट गया।
- कृषि और किसानों को बड़ा लाभ।
⚠️ नुकसान
- विलासिता की वस्तुएँ और नशे से जुड़ी चीजें महँगी।
- शादी और फैशन खर्च बढ़ा।
- सरकार के राजस्व पर थोड़ी मार।
🟢 सस्ते हुए (GST घटा/0%)
- दूध और डेयरी प्रोडक्ट
- पैकेज्ड अनाज (चावल, आटा, दालें)
- घरेलू गैस सिलेंडर
- मोबाइल फोन
- इलेक्ट्रिक वाहन (EV)
- स्कूल की किताबें
- स्टेशनरी सामान
- ज़रूरी दवाइयाँ
- अस्पताल की OPD सेवाएँ
- कपड़े (₹1000 तक)
🔴 महँगे हुए (GST बढ़ा)
- सिगरेट और तंबाकू उत्पाद
- शराब (रेस्तरां टैक्स)
- एयर कंडीशनर (AC)
- रेफ्रिजरेटर
- 5 स्टार होटल सेवाएँ
- पेट्रोलियम उत्पाद
- लक्ज़री कारें
✦ निष्कर्ष
जीएसटी 2.0 को भारत का सबसे बड़ा कर सुधार कहा जा रहा है। आम जनता को राहत, किसानों को फायदा और उद्योग को प्रोत्साहन — यह सब इसमें शामिल है। हालांकि, शादी, लग्ज़री और नशे से जुड़ी वस्तुओं पर टैक्स बढ़ने से कुछ वर्ग प्रभावित होंगे।
कुल मिलाकर, नई जीएसटी प्रणाली सरल, उपभोक्ता केंद्रित और विकास के लिए लाभकारी साबित होगी।
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